फ्रीकी-फायर (अनूठी आग) - पहली मैनेजमेंट कॉमिक्स के रोचक अंश
Freaky-Fire
Freaky-Fire: पो-लीडर्स के सभी कर्मचारियों को एक बात बड़े अच्छे से पता है कि हर हाल में कंपनी की साख एवं लाभ को सबसे आगे रखा जाना चाहिए। कभी भी संवेदनाओं में बहकर कोई भी ऐसा व्यवहार नहीं करना है जिससे कि कंपनी को कोई चोट पहुंचे।
प्रेजेंटेशन के बाद जैसे ही मोशी अपने वर्कस्टेशन पर आए उन्हें सबा का एक मैसेज आया, कि भूमि सिंह जो कि एक गद्दावर MLA हैं, उन्होंने सबा को फ़ोन करके बड़े ही मीठे बोलों से एक मीटिंग करने की गुज़ारिश की। सबा मोशी से पूँछ रही हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए - भूमि से मिलने के लिए 'हाँ' करना चाहिए या 'ना' करना चाहिए?
मोशी ने उन्हें मीटिंग करने से रोका नहीं लेकिन ये बोला कि आप भूमि को बोलने दीजियेगा और स्वयं थोड़ा कम बोलियेगा। भूमि सिंह मोशी के इस प्रयास से बिलकुल भी खुश नहीं हैं, कि नव-युवकों को राजनीति में कैरियर बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। यही कारण है कि भूमि मोशी के विरुद्ध रोज़ नए-नए हत्कंडे अपनाते रहते हैं।
सबा हेनकेन पो-लीडर्स में सेल्स हेड हैं और एक मज़बूत स्तम्भ भी। सबा का जन्म साउथ अफ्रीका में हुआ और इनकी माँ एक इंजीनियरिंग कंपनी में GM-HR हैं और पिता उसी कंपनी में सुपरवाइजर हैं। सबा के पिता एक शालीन और कम बोलने वाले व्यक्ति हैं और वो जिम्बाब्वे से साउथ अफ्रीका अच्छे रोज़गार की तलाश में आए थे। सबा की माँ को उनके पिता का शांत स्वभाव और उनकी जीवन के प्रति एक सरल एवं सुलझी समझ भा गयी और उन्होंने उनसे विवाह करने की इक्षा ज़ाहिर की। सबा की माँ एक आत्मविशास से भरी महिला हैं जिन्होंने सबा को भी अपने जैसे बनाया है। उनके 7 बच्चों में सबा दूसरे नंबर पर है।
सबा, अनिल हेनकेन के संग लिवइन रेलशन में भारत में रह रही हैं। अनिल मूलतः केरला से हैं और एक प्रतिष्ठित मैनेजमेंट ट्रेनर हैं जिन्हे साउथ अफ्रीका की एक कंपनी ने उनके कर्मचारियों को ट्रेन करने के लिए साउथ अफ्रीका बुलाया था। जहाँ उनकी मुलाकात सबा से हुई, जो कि उसी कंपनी में एक मैनेजमेंट ट्रेनी थीं और अनिल की ट्रेनिंग में एक प्रतिभागी या पार्टिसिपेंट भी। सबा अनिल के व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित हुईं। हालाँकि वो स्वयं एक आत्मविश्वास से भरी महिला हैं लेकिन उन्होंने हमेशा अपने जीवन साथी की कल्पना अपने पिता जैसे किसी व्यक्ति के रूप में की थी जो उन्होंने अनिल में दिख गयी और एक दिन उन्होंने अनिल से कॉफी पीने की ज़िद कर दी। उन्हें ये पता चल गया था कि अनिल अभी भी अविवाहित हैं, हालाँकि उन दोनों के बीच तकरीबन 15 वर्ष का अंतर था। कॉफ़ी पीते हुए सबा ने अपने दिल की बात अनिल से कर दी। उसके बाद 6 माह के लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन के उपरान्त सबा भारत आ गईं और अनिल के संग रहने लगीं।
मोशी सबा को पो-लीडर्स का संकटमोचन कहते हैं। सबा ने पो-लीडर्स के व्यवसाय को अकेले दम पर बहुत ही कम समय में एक अविश्वसनीय ढंग से बढ़ाया है। सबा की खूबियों में से एक है कि उनकी सरकारी महकमों में अपनी अलग ही साख है, जो कि किसी के लिए भी इतना आसान नहीं है। मोशी के अधिकतर प्रतिद्वंदी सबा को अपनी तरफ खड़ा पाते हैं इसलिए वो सबा से मोशी के विरुद्ध बात करने में ज़रा भी संकोच नहीं करते। ये कला सिर्फ सबा के पास ही है कि उन्होंने अपने बॉस के साथ- साथ उनके प्रतिद्वंदियों का भी विश्वास अर्जित कर लिया है। लेकिन पो-लीडर्स को कभी भी आंच नहीं आने दी। मोशी को सबा की यही बात और काम करने की ये कला बहुत ही अलग लगती है।
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